खुली पहुंच व्यवस्था के तहत सौर ऊर्जा क्षमता जनवरी-जून में 97 प्रतिशत बढ़ी: रिपोर्ट
खुली पहुंच व्यवस्था के तहत सौर ऊर्जा क्षमता जनवरी-जून में 97 प्रतिशत बढ़ी: रिपोर्ट
देश में इस साल जनवरी-जून के दौरान खुली पहुंच सुविधा के अंतर्गत 1,300 मेगॉवाट सौर क्षमता सृजित हुई जो सालाना आधार पर 97 प्रतिशत अधिक है। स्वच्छ ऊर्जा से जुड़ी शोध कंपनी मेरकॉम इंडिया ने एक रिपोर्ट में यह कहा।
खुली पहुंच व्यवस्था के तहत सौर बिजली उत्पादक सीधे ग्राहकों के साथ बिजली खरीद समझौता करते हैं। यानी इसमें ग्राहक सीधे उत्पादक से बिजली खरीद सकता है।
रिपोर्ट के अनुसार जून को समाप्त तिमाही में खुली पहुंच व्यवस्था के तहत कुल 680 मेगावॉट सौर ऊर्जा क्षमता स्थापित की गयी जबकि 2021 की दूसरी तिमाही में यह केवल 210 मेगावॉट थी।
रिपोर्ट के मुताबिक, ‘‘इस साल की पहली छमाही में भारत ने खुली पहुंच व्यवस्था के तहत 1,300 मेगावॉट सौर क्षमता सृजित की। यह 2021 की पहली छमाही में स्थापित 638 मेगावॉट क्षमता के मुकाबले 97 प्रतिशत अधिक है।’’
‘मेरकॉम इंडिया सौर खुली पहुंच बाजार रिपोर्ट दूसरी तिमाही 2022’ शीर्षक से जारी रिपोर्ट के अनुसार कुल मिलाकर अब तक खुली पहुंच श्रेणी के तहत 6,500 मेगावॉट से अधिक सौर बिजली स्थापित की जा चुकी है। वहीं 30 जून, 2022 तक इसके तहत 2,800 मेगावॉट क्षमता की परियोजनाएं विकास के विभिन्न चरणों में थी।
मेरकॉम इंडिया की प्रबंध निदेशक प्रिया संजय ने कहा, ‘‘खुली पहुंच व्यवस्था के तहत नवीकरणीय ऊर्जा की मांग बढ़ रही है। क्योंकि शत प्रतिशत स्वच्छ ऊर्जा लक्ष्य रखने वाली कंपनियां नवीकरणीय ऊर्जा को बढ़ावा दे रही हैं…. खुली पहुंच के माध्यम से स्वच्छ ऊर्जा की खरीद से कंपनियों को उनकी परिचालन लागत और कार्बन उत्सर्जन को कम करने में मदद मिल रही है।’’
रिपोर्ट के अनुसार तिमाही के दौरान स्थापित कुल क्षमता में शीर्ष पांच राज्यों की हिस्सेदारी 91 प्रतिशत रही। तिमाही के दौरान कर्नाटक कुल स्थापित क्षमता में 44 प्रतिशत हिस्सेदारी के साथ सबसे आगे रहा।