मुद्राकोष ने आर्थिक संकट से उबरने में श्रीलंका के प्रयासों में मदद का आश्वासन दिया
अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) ने आर्थिक संकट में फंसे श्रीलंका को संकट से उबरने के प्रयासों में मदद देने का आश्वासन देते हुए कहा है कि वित्त मंत्री अली साबरी की अगुआई में आए प्रतिनिधिमंडल के साथ हुई शुरुआती बातचीत फलदायी रही है।
विदेशी मुद्रा की कमी के कारण अभूतपूर्व आर्थिक संकट का सामना कर रहे श्रीलंका ने आईएमएफ से फौरन राहत देने की गुहार लगाई है। साबरी और केंद्रीय बैंक के गवर्नर नंदलाल वीरासिंघे की भागीदारी वाला एक प्रतिनिधिमंडल अभी वाशिंगटन में ही मौजूद है। इसने आईएमएफ समर्थित त्वरित राहत पैकेज से जुड़े तकनीकी मुद्दों पर बातचीत की।
आईएमएफ ने शनिवार को एक बयान में कहा, ‘‘श्रीलंका के प्रतिनिधिमंडल के साथ आईएमएफ की तकनीकी बातचीत फलदायक रही है। इस दौरान श्रीलंका में हाल में हुए आर्थिक और वित्तीय घटनाक्रमों और व्यापक आर्थिक स्थिरता बहाल करने के लिए भरोसेमंद और सुस्पष्ट रणनीति पर भी बात हुई।”
आर्थिक संकट से उबरने के लिए श्रीलंका को कम-से-कम चार अरब डॉलर की जरूरत है। वित्तीय सहायता प्राप्त करने के लिए साबरी विश्व बैंक के साथ-साथ चीन और जापान से भी बात कर रहे हैं।
बयान के मुताबिक, ‘‘आईएमएफ का दल श्रीलंका को मौजूदा आर्थिक संकट से उबारने के उसके प्रयासों में मदद देगा, अधिकारियों के साथ उनके आर्थिक कार्यक्रम पर मिलकर काम करेगा और इस संकट का समय रहते हुए समाधान निकालने के लिए अन्य हितधारकों के साथ भी बात करेगा।’’
आईएमएफ ने कर्जदाताओं से बात करने की श्रीलंका सरकार की पहल का भी स्वागत किया है। श्रीलंका सरकार ने गत 12 अप्रैल को अपने बकाया कर्जों के भुगतान को स्थगित करने की घोषणा की थी।