अप्रत्याशित लाभ कर की मार से जुलाई में 11 प्रतिशत घटा डीजल निर्यात
अप्रत्याशित लाभ कर की मार से जुलाई में 11 प्रतिशत घटा डीजल निर्यात
पेट्रोल-डीजल निर्यात पर सरकार द्वारा अप्रत्याशित लाभ कर लगाए जाने के बाद जुलाई में भारत का डीजल निर्यात 11 प्रतिशत घट गया, वहीं पेट्रोल का निर्यात 4.5 प्रतिशत कम रहा। आधिकारिक आंकड़ों से यह जानकारी मिली।
पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्रालय के पेट्रोलियम योजना एवं विश्लेषण प्रकोष्ठ (पीपीएसी) के आंकड़ों के मुताबिक, जुलाई में डीजल निर्यात घटकर 21.8 लाख टन रह गया जो इसके पिछले महीने 24.5 लाख टन था।
इसी तरह पेट्रोल निर्यात जो जून में 11.6 लाख टन था, जुलाई में गिरकर 11 लाख टन रह गया।
भारत में अप्रत्याशित लाभ कर पहली बार एक जुलाई को लगाया गया था। पेट्रोल और विमान ईंधन एटीएफ पर छह रुपये प्रति लीटर की दर से कर लगाया गया था और डीजल पर यह 13 रुपये प्रति लीटर था।
इन करों में 20 जुलाई, दो अगस्त और 19 अगस्त को संशोधन किया गया। अब पेट्रोल से कर खत्म कर दिया गया है, जबकि डीजल के लिए यह सात रुपये प्रति लीटर और विमान ईंधन के लिए दो रुपये प्रति लीटर है।
जुलाई में भारत ने 46.8 लाख टन पेट्रोलियम उत्पादों का निर्यात किया जिसमें से 82 प्रतिशत पेट्रोल, डीजल और विमान ईंधन था। पीपीएसी के आंकड़ों के मुताबिक, विमान ईंधन का निर्यात भी जुलाई में मामूली रूप से कम होकर 5,83,000 टन रहा है जो जून में 5,91,000 टन था।