बिज़नेस

मिंत्रा के पूर्व सीएफओ रमेश बाफना होंगे जिलिंगो के नए सीईओ……

यह उस वक्त हुआ है जब ज़िलिंगो का बोर्ड कोफ़ाउंडर और सीईओ अंकिती बोस को हटाने के बारे में सोच रहा है....

इस मामले से जुड़े तीन लोगों ने कहा कि सिंगापुर के संकटग्रस्त बिजनेस-टू-बिजनेस (बी2बी) ईकॉमर्स स्टार्टअप जिलिंगो के मुख्य वित्तीय अधिकारी (सीएफओ) रमेश बाफना इसके अंतरिम सीईओ के रूप में पदभार संभालने के दावेदारों में से एक हैं। इन लोगों ने बताया कि बाफना की नियुक्ति अभी तय नहीं हुई है…..

यह ऐसे समय में हुआ है कि जब कंपनी का बोर्ड कोफाउंडर और सीईओ अंकिती बोस को हटाने के बारे में सोच रहा है, जो वर्तमान में ई-कॉमर्स फर्म से निलंबित हैं, इस मामले से अवगत कई सूत्रों ने कहा। बाफना, जो हाल ही में मिंत्रा के साथ सीएफओ और एसवीपी के रूप में जुड़े थे, हाल ही में मार्च में सिकोइया कैपिटल-समर्थित स्टार्टअप में शामिल हुए है… सुत्रो के मुताबिक वह फर्म में कथित वित्तीय अनियमितताओं की समीक्षा में भी शामिल रहा है….

वह (बाफना) दावेदारों में से एक हैं और उनके पास सीईओ बनने का अच्छा मौका है…. वह कार्यभार संभालने से पहले कुछ शर्तों पर भी बातचीत कर रहे हैं, यह देखते हुए कि फर्म अभी मुश्किल में है, ”मामले से अवगत एक व्यक्ति ने कहा मिंत्रा से पहले, बाफना अलग अलग वित्तीय कार्यों में पांच साल से अधिक समय तक फ्लिपकार्ट में था….. संपर्क करने पर बाफना ने टिप्पणी करने से इनकार कर दिया….

न्यूज वायर ब्लूमबर्ग ने 19 अप्रैल को बताया कि ज़िलिंगो बोर्ड का बोस, जो कि सिकोइया कैपिटल इंडिया के पूर्व सदस्य थे…..उनको उस कंपनी से हटाना चाहते थे, जिसकी स्थापना उन्होंने 2015 में ध्रुव कपूर के साथ की थी…. बोस को कंपनी से 5 मई तक के लिए निलंबित कर दिया गया है।

मीडिया मे जारी की गई एक रिपोर्ट के मुताबिक 12 अप्रैल को बताया कि बोस ने अनियमित अकाउंटिंग प्रथाओं के आरोपों पर विवाद किया था और कंपनी की कार्रवाई को “विच हंट” करार देते हुए उनके निलंबन का विरोध किया था….. उसने आरोप लगाया था कि कंपनी में निवेशकों में से एक के खिलाफ उत्पीड़न की शिकायतों के कारण उन पर कार्रवाई शुरू हुई थी….

ब्लूमबर्ग के अनुसार, सिकोइया कैपिटल इंडिया और दक्षिण पूर्व एशिया के प्रबंध निदेशक शैलेंद्र सिंह ने भी ज़िलिंगो के बोर्ड से इस्तीफा दे दिया है…..सूत्रों के मुताबिक एक मौजूदा वरिष्ठ कर्मचारी या एक निवेशक-अनुमोदित कार्यकारी के सफल होने की संभावना है, भले ही इसकी मौजूदा फंडिंग वार्ता नवीनतम विवादों के कारण ठप हो गई हो…..

मीडिया में जारी एक रिपोर्ट के मुताबिक ज़िलिंगो को 1.2 बिलियन डॉलर के वैल्यूएशन पर नए फंडिंग के लिए टर्म-शीट मिली थी और प्रस्तावित फंडिंग राउंड के लिए ड्यू-डिलिजेंस प्रक्रिया के दौरान कंपनी के अकाउंटिंग में कथित विसंगतियां पाई गईं…..

जिलिंगो के बोर्ड के प्रवक्ता ने ईटी को ईमेल से भेजे गए एक बयान में ईटी को बताया कि उचित प्रक्रिया की गई है और चल रही जांच में इसका पालन किया जाएगा….वहीं बयान में कहा गया है, “प्रबंधन में बदलाव का कोई भी सवाल इस स्तर पर सट्टा और समयपूर्व है…….सिकोइया कैपिटल इंडिया को भेजी गई एक ईमेल क्वेरी का तत्काल कोई जवाब नहीं मिला है…

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