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चुनाव ख़त्म और पेट्रोल के दाम बढ़ना शुरू: पेट्रोल, डीजल की कीमतों में 40 पैसे की फिर बढ़ोतरी; कुल वृद्धि अब 8.40 रुपये प्रति लीटर हुई

पेट्रोल और डीजल की कीमतों में सोमवार को 40 पैसे प्रति लीटर की बढ़ोतरी की गई, जिससे पिछले दो हफ्तों में दरों में कुल वृद्धि 8.40 रुपये प्रति लीटर हो गई है।

पेट्रोल और डीजल की कीमतों में सोमवार को 40 पैसे प्रति लीटर की बढ़ोतरी की गई, जिससे पिछले दो हफ्तों में दरों में कुल वृद्धि 8.40 रुपये प्रति लीटर हो गई है।

राज्य के ईंधन खुदरा विक्रेताओं की मूल्य अधिसूचना के अनुसार, दिल्ली में पेट्रोल की कीमत अब 103.81 रुपये प्रति लीटर हो गई है, जबकि डीजल की कीमत 94.67 रुपये प्रति लीटर से बढ़कर 95.07 रुपये हो गई है। लोकल टैक्सेशन के आधार पर, पूरे देश में दरों में वृद्धि की गई है और अलग-अलग राज्यों में अलग-अलग हैं।

22 मार्च को दर संशोधन में साढ़े चार महीने के लंबे अंतराल की समाप्ति के बाद से कीमतों में यह 12वीं वृद्धि है।अबतक कुल मिलाकर पेट्रोल के दाम 8.40 रुपये प्रति लीटर बढ़ गए हैं।

राज्‍यसभा में जोरदार हंगामा

राज्यसभा में हंगामा

पेट्रोल, डीजल और रसोई गैस की बढ़ रही कीमत की गूंज आज सदन में भी सुनाई पड़ी। पेट्रोलियम पदार्थ की कीमतों में लगभग हर रोज़ हो रही वृद्धि के मुद्दे पर सोमवार को विभिन्न विपक्षी दलों के सदस्यों ने राज्यसभा में हंगामा किया, जिसकी वजह से उच्च सदन की कार्यवाही आरंभ होने के 11 मिनट के भीतर ही दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई

पेट्रोल-डीजल के दाम बढ़ने के पीछे क्या है असली वजह?

बढ़ते तेल के दामों के पीछे कई लोग रूस-यूक्रेन युद्ध को कारण बता रहे है। लेकिन सोचने वाली बात यह है कि अगर वाकई युद्ध के कारण पेट्रोल के दाम बढ़ रहे है तो पिछले दी हफ्तों से ही क्यों लगातार बढ़ रहे है। इससे पहले से क्यों नहीं बढ़े? युद्ध तो 24 फरवरी को शुरू हुआ और पेट्रोल के दाम 22 मार्च के बाद से बढ़ रहे है। चुनाव ख़त्म होते ही दाम बढ़ना एक बड़ा सवाल खड़ा करती है।

What are the ways to save petrol and diesel These things have to be kept in  mind - पेट्रोल-डीजल बचाने का क्या तरीके हैं? इन बातों का रखना होगा ध्यान |  Jansatta

भारत में पेट्रोल की कीमतों में बढ़ोतरी से जुड़ा डर कभी खत्म होता नहीं दिख रहा है। कई लोग इस बढ़ती कीमत के लिए कच्चे तेल को जिम्मेदार ठहराते हैं। लेकिन इसका असल कारण कुछ अलग है। आपको बता दे कि कच्चा तेल सस्ता उतना महंगा नहीं होता जितने में हमे मिलता है। दरअसल पेट्रोल-डीजल महंगे होने का सबसे बड़ा कारण है राज्य और केंद्र सरकारों द्वारा लगाए गए कर। सरकार द्वारा लगाए गए टैक्स के कारण आये दिन पेट्रोल की कीमत बढ़ती जा रही हैं।

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