मुद्रा के उतार-चढ़ाव से तय नहीं होता मौद्रिक नीति का रुख : शक्तिकांत दास
मुद्रा के उतार-चढ़ाव से तय नहीं होता मौद्रिक नीति का रुख : शक्तिकांत दास
भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा है कि मौद्रिक नीति के फैसले मुद्रा के उतार-चढ़ाव से प्रभावित नहीं होते।
दास ने शुक्रवार को द्विमासिक मौद्रिक समीक्षा के बाद संवाददाता सम्मेलन में कहा कि मुद्रा का प्रबंधन रिजर्व बैंक के दायरे में है और केंद्रीय बैंक इसके लिए सभी उचित उपाय करेगा।
मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) ने प्रमुख नीतिगत दर रेपो को आधा प्रतिशत बढ़ाकर 5.9 प्रतिशत कर दिया है। यह इसका तीन साल का उच्चस्तर है।
दास ने कहा कि केंद्रीय बैंक दरों पर रणनीति मुद्रास्फीति और वृद्धि से जुड़े घरेलू कारकों के आधार पर तय करता है। उन्होंने कहा कि सबसे ज्यादा प्राथमिकता मुद्रास्फीति को दी जाती है। ‘‘हम वृद्धि के पहलू पर भी गौर करते हैं।’’
दास ने यह भी कहा कि बैंकों में नकदी को लेकर चिंता की कोई बात नहीं है। व्यापक रूप से प्रणाली में पांच लाख करोड़ रुपये से अधिक का कोष उपलब्ध है।
रिजर्व बैंक के डिप्टी गवर्नर टी रवि शंकर ने कहा कि रुपये में व्यापार का प्रस्ताव चार से पांच देशों और कई बैंकों से मिला है। हालांकि, उन्होंने इसका अधिक ब्योरा नहीं दिया।